प्रेगनेंसी में क्या नही खाना चाहिए ये जानना भी बहुत ही जरूरी है. एक गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान बहुत सारे पोषण की आवश्यकता होती है. यह पोषण उन्हें आहार के द्वारा प्राप्त होते हैं. लेकिन यह भी जान ले प्रेगनेंसी में क्या नही खाना चाहिए. ऐसे कई सारे आहार है जो एक गर्भवती महिला को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए या फिर 3 महीने तक इसे पूरी तरह से अवॉयड करना चाहिए. तो ये जानना ज़रूरी है की प्रेगनेंसी में क्या नही खाना चाहिए और इसलिए आज हम इस लेख में यही जानेंगे कि ये 12 चीजें गर्भवती महिलाएं बिलकुल न खाये.
कुछ आहार गर्भावस्था के दौरान लेने से प्रेगनेंसी में कई सारे समस्याएं आ सकती है, क्योंकि यह एक लंबा समय है इसीलिए हर महिला को पूरी तरह से इस समय पर हर छोटी-बड़ी बातों पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी होता है. और इनमें से सबसे बड़ी बात है आहार क्योंकि आहार के गलत सेवन से कई बार गर्भपात जैसी समस्याएं थी हो सकती है, और इसके साथ शिशु का विकास ना होना, समय से पहले ही डिलीवरी हो जाना, यहां डिलीवरी के समय कई सारे दिक्कतों का सामना करना. इसलिए आप अपने हाल पर जरूर ध्यान दें गर्भवती महिला को क्या क्या खाना चाहिए और क्या क्या नहीं खाना चाहिए यह बातें जानना बहुत ही आवश्यक है.
प्रेगनेंसी में 3 महीनों तक क्या नही खाना चाहिए
प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला को कई सारे चीजों से दूर रहना चाहिए इन सारी चीजों को इस समय बिल्कुल भी, या 3 महीनों तक बिल्कुल भी नहीं ग्रहण करना चाहिए. कुछ चीजों का पूरे गर्भावस्था के दौरान ही परहेज करें और इसके साथ कुछ ऐसे आहार भी है जो आपके लिए बहुत ही जरूरी है लेकिन उसे कैसे खाना चाहिए यह कई लोग नहीं जानते, तो इस लेख में हम यह भी जानेंगे. तो चलिए इन सारे चीजों के बारे में जानते हैं कि कौन-कौन सी चीजों को एक गर्भवती महिला को नहीं खाना चाहिए.
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- अंकुरित अनाज
यह तो हम सभी जानते हैं कि अंकुरित अनाज स्वास्थ्य के लिए कितना अच्छा होता है और इसमें हमें कितने साले पोषण मिलते हैं. और एक गर्भवती महिला के लिए भी यह बहुत ही अच्छा होता है.लेकिन इसे सही तरीके से कैसे खाना चाहिए यह जानना भी बहुत ही जरूरी है. जब भी आप अनाज के अंकुरित दाने खाते हैं तो इससे अंकुरित होने के बाद सीधा है खा जाते हैं, आपको ऐसे आपको बिल्कुल नहीं खाना क्योंकि ऐसे खाने से आपको फूड प्वाइजनिंग हो सकता है जिससे उल्टी या दस्त की समस्या हो सकती है. क्योंकि इसमें कृष वाले बैक्टीरिया हो सकते हैं इसलिए आप जब भी अंकुरित दाने खाते हैं इसे अच्छी तरह से धोने के बाद थोड़ा सा पानी में उबालकर या पकाकर ही खाना चाहिए.
- बैंगन
सब्जियों में आपको बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि बैंगन का सेवन करने से पीरियड आने की संभावना होती है. इसलिए शुरुआती दिनों में या पहले तिमाही में आपको बैंगन का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. पुराने दिनों में लोग गर्भपात करने के लिए बैंगन का सेवन क्या करते थे. आप बैंगन का सेवन 6 महीने के बाद थोड़ा सा कर सकते हैं, लेकिन हां इसे रोजाना बिल्कुल ना ले.
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- अनानास
फलों मैं आपको अनानास का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. अनानास में ज्यादा मात्रा में ब्रोमेलैन (bromelain) नमक एक एंजाइम पाया जाता है जो गर्भाशय ग्रीवा को नरम कर देता है और इसके साथ गर्भपात की समस्या भी हो सकती है. अनानास मां और शिशु दोनों के लिए ही अच्छा नहीं होता. इसीलिए गर्भवती महिलाओं को पहले तिमाही में अनानास का बिल्कुल ही सेवन नहीं करना चाहिए. और अगर कोई गर्भवती महिला इसे सेवन करना चाहती है तो, सातवें महीने के बाद बहुत ही कम मात्रा में एक या दो बार सेवन कर सकती है.
- पपीता
कई महिलाओं को हो सकता है यह मालूम हो कि गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं खाना चाहिए. इसके साथ ही यह भी बता दें कि गर्भवती महिलाओं को कच्चा पपीता बिल्कुल ही नहीं खाना चाहिए, कच्चे पपीता में लाटेकस (Latex) पाया जाता है जिससे गर्भपात जैसी समस्या हो सकती है या फिर समय से पहले ही लेबर पेन आ सकता है या डिलीवरी भी हो सकता है, इसके साथ ये महत्वपूर्ण झिल्लिया जो भ्रूण को सहारा देती है, ये उसे भी कमजोर कर सकता है. और इसीलिए आपको कच्चे पपीता का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
कई लोग कहते हैं कि आप पके पपीता को खा सकते हैं, क्योंकि इसमें भी कम मात्रा में लाटेकस पाया जाता है, इसीलिए जितना हो सके इसे अवॉइड करना ही अच्छा रहता है फिर भी अगर आप खाना चाहें तो डॉक्टर के सलाह से और 6 महीने के बाद बहुत ही कम मात्रा में एक या दो बार ले, लेकिन जितना हो सके आप इसे अवॉयड ही करें.
- तिल
तिल का सेवन भी एक गर्भवती महिला के लिए अच्छा नहीं होता. पहले जमाने में गर्भपात करने के लिए तिल का सेवन करते थे. क्योंकि तिल से गर्भपात की संभावना बहुत ही ज्यादा होता है. इसलिए आप शुरुआती दिनों में तिल का सेवन बिल्कुल ना करें और अगर बाद में करना चाहे तो 6 महीने के बाद बहुत ही थोड़ी मात्रा में एक या दो बार कर सकते हैं.
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- कटहल
गर्भवती महिलाओं के लिए कच्चे कैथल का सेवन से अच्छा नहीं होता. भारत में ज्यादातर घरों में ही कच्चे कथन को सब्जी बनाकर खाया जाता है, लेकिन एक गर्भवती महिला कच्चे कटहल से दूर रहे. अगर आप पके कटहल को खाना चाहते हैं,तो खा सकते हैं लेकिन पहले तिमाही में ऑफिस का सेवन ना करें 6 महीने के बाद आप पति कथन को थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं. क्योंकि कटहल एक सीजनल फूड है इसलिए इसमें कई सारे पोषक तत्व भी हमें मिलते हैं, लेकिन एक गर्भवती महिला के लिए कुछ समय के लिए इसी परहेज करना है अच्छा रहता है.
- अजीनोमोटो
गर्भावस्था के दौरान अजीनोमोटो का सेवन भी नहीं करना चाहिए. जब भी हम बाहर खाना खाने के लिए जाते हैं और खासकर चाइनीस फूड खाते हैं तो उसमें ज्यादातर थाने में ही अजीनोमोटो का इस्तेमाल किया जाता है, जो एक गर्भवती महिला के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता. इसलिए जब भी आप बाहर खाते हैं इसको अवॉयड करके खाना खाए और हो सके तो अपने घर में ही ऐसे खानों को पकाकर खाएं.
- कच्चा दूध
कई लोग दूध का सेवन कच्चे या ऐसे ही कर देते हैं, तो एक गर्भवती महिला को यह गलती नहीं करनी. अगर आप पहले कच्चे दूध का सेवन करते थे तो इसे गर्भावस्था के बाद ऐसा ना करें आप कच्चे दूध का सेवन ना करें, क्योंकि इसमें बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो जिससे बदहजमी फूड प्वाइजनिंग उल्टी दस्त यह समस्या हो सकती है इसलिए, दूध को अच्छी तरह से उबालकर ठंडा करके पिए. दूध पीना बहुत ही अच्छी बात होती है खासकर एक गर्भवती महिला के लिए तो आप इसे उबालकर ठंडा करके पिए.
- कच्चा अंडा
जो लोग नॉन वेजिटेरियन है उनमें से कई लोग या कई महिलाएं कच्चे अंडे का सीजन भी करते हैं, तो आपको बता दें गर्भावस्था के दौरान आपको कच्चे अंडे का सेवन नहीं करना क्योंकि इसमें भी कई सारे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो एक गर्भवती महिला के लिए अच्छा नहीं होता.
- मांस-मछली
कई ऐसे फूल है जिसमें कच्चे मछली का सेवन किया जाता है, जो महिला गर्भवती है वह कच्चे मछली का सेवन बिल्कुल ना करें. या फिर आप लोग ऐसे आहार का सेवन ना करें जिसमें मांस-मछली आधे पके हुए हो. आप मांस मछली का जब भी सेवन करते हैं तो ध्यान रखें कि यह पूरी तरह से पका हुआ हो इसमें कच्चापन बिल्कुल ना हो, क्योंकि मांस-मछली में भी कई सारे बैक्टीरिया पाए जाते हैं. इसीलिए इसे पूरी तरह से पका कर ही खाना चाहिए.
- मसाले
आजकल हम सभी बाजार में उपलब्ध मसालों का ही ज्यादा सेवन करते हैं, कई बार ऐसे मसालों का ज्यादा सेवन या कुछ मसालों का सेवन करने से लोगों को गैस, उल्टी या पेट की समस्या होती है. तो ऐसे में जो गर्भवती महिलाएं हैं वह मसालों का सेवन थोड़ा कम करें और ऐसे मसालों का सेवन बिल्कुल ना करें जिसको करने के बाद उन्हें गैस या पेट की कोई समस्या होती थी. आप मसालों का सीजन थोड़ी मात्रा में और थोड़ा सा संभाल कर करें.
- चाय कॉफी
एक गर्भवती महिला को चाय या कॉफी का सेवन भी ज्यादा मात्रा में नहीं करना है. जितना हो सके आप इसे अवॉइड ही करें, क्योंकि इसमें कैफीन पाया जाता है जो एक गर्भवती महिला के लिए अच्छा नहीं होता. अगर आप बिना चाय या कॉफी के नहीं रह सकते तो दिन में एक या दो बार कम मात्रा में इसका सेवन करें. और इसके साथ अगर आप ग्रीन टी पीते हैं तब भी आप ग्रीन टी का सेवन ज्यादा मात्रा में ना करें इसे भी एक या दो बार ही करें इससे ज्यादा ना करें.
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जरूरी बात
स्वयं से दवा (Self-Medication)
इसके साथ ही आपको यह जानना भी जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान आपको किसी भी तरह का मेडिसिन का सेवन खुद से नहीं करना चाहिए. आपको एक डॉक्टर की सलाह से ही दवाइयों का सेवन करना चाहिए. अगर आप किसी समस्या से परेशान है तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह करें और इसके बाद ही दवाई का सेवन करें.
गर्भवती महिला को क्या क्या चीज नही खाना चाहिए – Things to avoid eating in pregnancy
- कोल्ड ड्रिंक एक गर्भवती महिला को जितना हो सके अवॉइड करना चाहिए.
- धूम्रपान का सेवन बिल्कुल ना करें.
- किसी भी प्रकार का अल्कोहल का सेवन बिल्कुल ना करें.
- गुटका या गुटके जैसे चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें.
- पिकेटिंग फूड, जैसे चिप्स या अन्य चीजें जो पैकेट करके बेचा जाता है ऐसी चीजों का सेवन ना करें या कम करें.
- पिकेटिंग जूस, मार्केट में बहुत ही आसानी से उपलब्ध होने वाले जूस, जो पैकेट में आपको मिलता है ऐसे जूस का सेवन ना करें. घर में ही जूस बनाकर, ताजे जूस का सेवन करें.
- ज्यादा तले हुए चीजों का सेवन ना करें. खासकर जो बाहर में उपलब्ध होते हैं.
- बाहर के खाने को जितना हो सके अवॉइड करें. घर पर ही पकाकर खाएं.
- फल या जो चीजें कच्चा खाना पड़ता है उसे अच्छी तरह से धोकर या गर्म पानी से धोकर ही खाए.
- जिन चीजों से आपको गैस या बदहजमी की समस्या होती है उन चीजों का अवॉइड करें.
गर्भावस्था के पहले महीने में क्या क्या खाने से बचें (Foods to avoid in first month of pregnancy)
ऊपर बताए गए सभी चीजों का आपको अवॉइड करना है, और इसके साथ पहले महीने में या पहले तिमाही में ज्यादा मिर्च मसाला, ज्यादा तले भुने खाने का सेवन, शराब सिगरेट, आदि का सेवन बिल्कुल ना करें.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. प्रेगनेंसी में क्या खाने से बच्चा गिर जाता है?
- गर्भपात या बच्चे का गिर जाना कई सारी बातों के ऊपर के कारण होता है, आहार की बात करें तो आपको बैंगन, पपीता, अनानास, तिल आदि का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, और इसके साथ ऊपर बताए गए सभी चीजों से परहेज जरूर करें क्योंकि, यह सब गर्भपात का एक कारण हो सकता है.
Q. लौंग खाने से गर्भ गिर सकता है क्या?
- जी हां आप लोग का सेवन कर सकते हैं. लेकिन आपको बता दें कोई भी चीज अति मात्रा में सेवन करना सही नहीं होता.
Q. पपीता खाने से क्या गर्भ गिर जाता है?
- पपीता में लाटेकस नामक एक पदार्थ पाया जाता है जो, गर्भपात का कारण बन सकता है. यह कच्चे पपीता में ज्यादा पाया जाता है. पुराने दिनों में गर्भपात करने के लिए कच्चे पपीता का सेवन किया जाता था. इसलिए पपीता से गर्भ गिर सकता है.
निष्कर्ष:
एक गर्भवती महिला, जब भी कोई आहार ग्रहण करते हैं या किसी आहार का परहेज करते हैं तो अपने डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही करें. किसी भी लेख को पढ़कर उसके हिसाब से ना करें. यो लेख सिर्फ आपकी जानकारी के लिए ही लिखा गया है. आप बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी काम ना करें. कई बार लोग बिना डॉक्टर के पास जाए ही, खुद से ही, सारा चीजें करते हैं जो बच्चे और मां के लिए खतरनाक हो सकते हैं. इसीलिए आप लोग डॉक्टर के साथ अच्छी तरह से सलाह करें और उसके बाद ही उनके बताए गए बातों को फॉलो करें. और इस लेख में बताए गए चीजों के बारे में डॉक्टर से सलाह करें, डॉक्टर से पूछे और उसके बाद ही इन बातों को फॉलो करें.
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