योगासन करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है? योगासन के लाभ और हानि (45 Benefits of Yoga in Hindi)

योगासन से मन और शरीर शांत, विस्तार और निरोगी होता है। योगासन हमारे मन और शरीर दोनों को ही प्रभावित करती है। तो आइए इस लेख में जानते हैं योगासन करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है? और इसके साथ योगासन के लाभ और हानि क्या है।

आजकल हम सभी योग के बारे में जानते हैं, अपने दैनंदिन जीवन में इसका अभ्यास भी करते हैं। हम सभी का यह मानना है योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है, जो सत्य ही है परंतु संपूर्ण रूप से देखा जाए तो योग की परिभाषा बहुत ही विशाल है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने तक ही सीमित नहीं है। यह आध्यात्मिक स्तर पर मन और आत्मा को परमात्मा से जुड़ने तक का एक प्रक्रिया है। इसके फायदे जानने से पहले हमें यह जानना होगा कि योग क्या है।

योग क्या है – What is Yoga in Hindi

योग बहुत ही व्यापक है इसको किसी परिभाषा में नहीं बांधा जाता जा सकता है बस इसके शब्दों का अर्थ और इसका उद्देश्य समझा जा सकता है। योग का मुख्य उद्देश्य है अपनी चेतना का विकास करना। योग शब्द का अर्थ है जुड़ना। योग के जरिए प्रकृति से विश्व से और परमात्मा से अपने मन और शरीर को जोड़ना, अपनी भावनाओं पर मानसिक स्थिति पर विजय प्राप्त करना या इसमें संतुलन बनाए रखना।

योग परमात्मा से जोड़ने का स्थिति है। योग के जरिए अपने इंद्रियों पर नियंत्रण पा के परमात्मा से जोड़ा जा सकता है। जो पहले के ऋषि मुनि ऑडियो द्वारा योग किया जाता था जिसमें वह परमात्मा से जुड़ने के लिए योग करते थे।

योग का इतिहास – History of Yoga in Hindi

योग विद्या के अनुसार शिव को आदि योगी या योगी माना जाता है।मतलब शिव ही योगा के पहले गुरु है। सर्वप्रथम शिव जी ने ही हिमालय में क्रांति सरोवर में सप्त ऋषियों को योग की शिक्षा दी। सप्त ऋषियों ने ही विश्व के सभी हिस्सों में इस विद्या को फैलाया, और सबसे पहले भारत ने ही इसको ग्रहण किया,क्योंकि आज 5000 वर्ष पूर्व ही योग की चर्चा ऋषि मुनियों द्वारा किया जाता था, जिसका निदर्शन और उल्लेख हम अपने ग्रंथों शास्त्रों और उपनिषदों में देखते हैं। फिर भी महर्षि पतंजलि से ही योग लोगों तक पहुंचा।

योग के प्रकार – Types of Yoga in Hindi

योग के चार प्रकार है

  1. कर्म योग
  2. ज्ञान योग
  3. भक्ति योग और
  4. राजयोग

अष्टांग योग क्या है

महर्षि पतंजलि ने योग में अष्टांग योग के बारे में कहा है जिसमें उन्होंने योग के आठ अंगों के बारे में कहां है,और यह अष्टांग योग है

  1. यम
  2. नियम
  3. आसन
  4. प्राणायाम
  5. प्रत्याहार
  6. धारणा
  7. ध्यान
  8. और समाधि

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योग के लाभ – Benefits of Yoga in Hindi

  1. योग करने से हमारे शरीर स्वस्थ रहते हैं।
  2. बीमारियों से जूझने की शक्ति बढ़ती हैं और हम निरोगी रहते हैं।
  3. उम्र की छाया चेहरे पर नहीं पड़ती और जवान रहते हैं।
  4. योग से हमारी मानसिक स्थिति पर भी सुधार आता है। मन से जुड़े समस्याओं से हम दूर रहते हैं।
  5. वजन कम करने में मदद मिलता है।
  6. शरीर में थकावट नहीं होते और एनर्जीटिक रहते हैं।
  7. हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
  8. योग से रक्त संचालन में सुधार आता है।
  9. शरीर के मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
  10. ह्रदय लोगों से दूर रहने में मदद मिलता है।
  11. श्वसन प्रणाली में सुधार लाता है।
  12. अस्थमा की समस्या में भी बहुत मदद करता है और इससे दूर रहा जा सकता है।
  13. कफ समस्या दूर होती है।
  14. जिन लोगों को सांस लेने में समस्या है उन लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
  15. प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है।
  16. पेट संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
  17. कब्ज की समस्या से दूर रहते हैं।
  18. गैस-बदहजमी की समस्या नहीं होती।
  19. शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल की कमी और अच्छी कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है।
  20. शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है।
  21. दिमाग के लिए भी यो बहुत ही फायदेमंद है।
  22. याददाश्त तेज होता है।
  23. उम्र के साथ भूलने की समस्या नहीं होती।
  24. तनाव से दूर रहते हैं।
  25. चिंता और बुरे ख्याल से मुक्ति मिलता है।
  26. एकाग्रता बढ़ती है।
  27. दिमाग शांत रहता है और कोई भी निर्णय लेने में देर नहीं लगती।
  28. गुस्से को नियंत्रण किया जा सकता है।
  29. सिर दर्द माइग्रेन आदि समस्याओं को कम करता है।
  30. नींद में सुधार लाता है।
  31. आंखों की समस्याएं नहीं होती।
  32. आंखों की रोशनी तेज होती है।
  33. जोड़ों के दर्द के लिए भी बहुत ही लाभकारी है।
  34. कमर दर्द, मांसपेशी या हड्डियों के दर्द से मुक्ति मिलती है।
  35. चेहरे पर चमक आता है।
  36. त्वचा से जुड़ी समस्याओं से दूर रहते हैं।
  37. चेहरे पर झुरिया नहीं बनती।
  38. उम्र को कम करने में मदद करता है।
  39. हमारे शरीर से अशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद करता है।
  40. मौसम के साथ होने वाली एलर्जी की समस्याओं से दूर रहा जा सकता है।
  41. शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  42. रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  43. शरीर लचीला बनता है।
  44. योग से मन शांत रहता है, सकारात्मक दृष्टि बढ़ती है और आप प्रसन्न रहते हैं।
  45. कुछ लोगों में शारीरिक मुद्राएं सही नहीं होती, जिसे योग के द्वारा ठीक किया जा सकता है।

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योगासन के हानि या नुकसान

जैसा कि हमने देखा हमें योगासन से हमें अनगिनत फायदे प्राप्त होते हैं, तो क्या योगासन से कोई हानि भी होता है? योगासन एक ऐसी स्थिति है, जिससे हमें किसी भी प्रकार की हानि या नुकसान नहीं होता. सही तरीके से करने से इसके केवल हमें फायदे ही मिलते हैं. लेकिन योगासन करते समय आपको कुछ बातों पर जरूर ध्यान देना चाहिए, और अगर आप इन बातों पर ध्यान नहीं देते तभी आप को योगासन से हानि या नुकसान हो सकता है. और वो सावधानियां है

  • जब भी आप योगासन करते हैं, बंद कमरे में ना करें, या तो खिड़की या दरवाजा खोल कर ही करें। जितना हो सके आपको इससे खुली जगह पर ही करना चाहिए।
  • जब भी आप किसी मुद्रा या आसन में बैठे तो सही तरीके से बैठे अपने शरीर को सीधा रखें और आराम से बैठे, जोर जबरदस्ती और तेरे मेरे होकर ना बैठे, जैसे आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी हमेशा ही सीधी रखकर ही किसी आसन को करें।
  • किसी भी आसन को करने से पहले समय देख ले जैसा कि भोजन करने के बाद या कोई की आहार ग्रहण करने के तुरंत बाद में कोई आसन ना करें और उसके साथ रात के समय कि आपको योगासन नहीं करना चाहिए।
  • सभी प्रकार के आसन सभी लोगों के लिए नहीं होता, जैसे अगर कोई गर्भवती महिला योगासन करती है तो उनके लिए सब योगासन सही नहीं होता, ऐसे ही अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तब भी आपके लिए कुछ आसन करना ही सही रहता है इसीलिए आप जब भी कोई आसन या योगासन करते हैं या प्राणायाम करते हैं तो आप अपने योगा ट्रेनर से संपर्क करके ही करें या उनके प्रशिक्षण में ही करें। 
  • अगर कोई इंसान एक लंबे समय से किसी रोग से पीड़ित है तो ऐसे में आपको योगासन करने से पहले अपने योगा ट्रेनर से प्रशिक्षण लेकर करें। अन्य जगहों से देखकर सुनकर या खुद से ही ना करें।
  • अगर आप ज्यादा कमजोर है तब भी आपको योगासन नहीं करना चाहिए।
  • किसी भी ऑपरेशन या सर्जरी के बाद तुरंत बाद ही आपको योग आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • अगर किसी को हृदय संबंधित समस्या है, या फिर सांस की कोई समस्या है, या हाई बीपी की समस्या रहती है तो ऐसे में आप डॉक्टर के सलाह के अनुसार किसी योगा ट्रेनर से प्रशिक्षण लेकर ही करें। 
  • और अंत में आपको यह बता दें कि जब भी आप योगासन की अभ्यास करते हैं यहां शुरुआत कर रहे हैं या कहना चाहते हैं तो किसी भी योगा ट्रेनर से प्रशिक्षण लेकर ही करें।

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योगासन कैसे करे

  • अपने मन को शान और एक मुस्कान के साथ योगासन की शुरुआत करें।
  • खुले स्थान या घर के अंदर है तो खिड़की या दरवाजे के पास जहां से हवा आती है ऐसी जगह का चुनाव करें और वहां पर ही योगासन का अभ्यास करें। 
  • अपनी सुविधा के अनुसार जगह का चुनाव करें अगर नीचे बैठ पाते हैं तो योग मैट (Yoga Mat) बिठाकर नीचे बैठकर करें या फिर आप कुर्सी या बिस्तर पर भी कर सकते हैं। 
  • थोड़ा सा ढीला कपड़ा पहने।
  • सांसों को धीरे-धीरे लेते और छोड़ते रहे और मन को सांसों पर केंद्रित करके शांत बैठे। 
  • योगासन खाली से करना चाहिए।

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निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों योग से केवल इतना फायदा ही नहीं होता, यह तो सिर्फ कुछ गिने-चुने फायदे हैं। योग से मिलने वाले फायदों का वर्णन बहुत ही अद्भुत है यह हमारे शरीर तक ही सीमित नहीं है। हमने इस लेख में योग के 45 फायदे जाने जो बहुत ही सीमित है। आप अगर योग करते हैं, तो आपको कुछ ही दिनों में अपने आप ही इसके फायदे महसूस होने लगेंगे और इससे आपकी सारी समस्याएं दूर हो जाएगी।