उच्च रक्तचाप क्या होता है और इसके लक्षण क्या है

आज उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या जो हर घर में किसी न किसी को होता ही है।और अधिकांश लोग ही हाई ब्लड प्रेशर के चपेट में आ रहे हैं। आज इस लेख में आप उच्च रक्तचाप क्या होता है, उच्च रक्तचाप के लक्षण क्या है, और नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए जानेसमस्या यह है की उच्च रक्तचाप की कोई symptoms दिखाई नहीं देता, ज्यादा होने के बाद ही आपको कुछ symptoms दिखाई दे सकते है या कई बार ख़ामोशी से ही कोई हादसा हो जाता है

उच्च रक्तचाप की समस्या किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है। और एक बार हो जाने के बाद ताउम्र पीछा नहीं छोड़ता। इसीलिए इसके बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है.

रक्तचाप क्या होता है? – What is Blood Pressure?

हमारा दिल ब्लड को शुद्धिकरण (purify) करता है। अशुद्ध खून दिल के एक भाग से प्रवेश करके शुद्ध होकर दिल के दुसरे भाग से निकलता है। दिल खून को पंप करता है और उसे शरीर के बाकी हिस्सों में भेज देता है। हमारा दिल जो हमारे खून को धमनियों तक पहुंचाने के लिए वो ब्लड को इतना फ़ोर्स करता है, जिस से की खून फिर से दिल तक लौट कर आ सके। ब्लड धमनिया तक पहुँचने के लिए व फ़ोर्स करने के लिए जो प्रेशर बनाती है उसी को ही ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हमारा हार्ट नोर्मल्ली 1 मिनट के अंदर कम से कम 60/70 पंप करता है, अगर आप दौड़ रहे है या कुछ कर रहे है तो ये पंप 80/100 तक होता है इसी पंप के प्रेशर को बीपी बोलते है।

उच्च रक्तचाप किसे कहते हैं – What is High Blood Pressure?

जब किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर नॉर्मल के अनुपात से ज्यादा होता है जैसे 120/80 से ज्यादा होता है उसी स्थिति को उच्च रक्तचाप कहा जाता है। लेकिन किसी का उच्च रक्तचाप अगर 140/90 तक सीमित रहता है तो आप साधारण तरीके से रह सकते हैं। लेकिन यही ब्लड प्रेशर अगर 120/80 से थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ रहा है तो यह एक चिंता का विषय है। जिसे उच्च रक्तचाप बढ़ना कहा जाता है और इससे आपको स्ट्रोक या अन्य समस्याएं भी हो सकता है। जब भी आपका ब्लड प्रेशर 120/80 से ज्यादा या हाय हो रहा है तो आप डॉक्टर से परामर्श जरूर ले।

डायास्टोलिक ब्लड प्रेशर क्या होता है

डॉक्टरी भाषा में जब यह फ़ोर्स ऊपर जाता है तो उसे (सिस्टोलिक)systolic और जब यह फ़ोर्स नीचे आता है तो उसे (डायस्टोलिक)diastolic ब्लड प्रेशर कहते है, साधारण से समझने के लिए जो ऊपर होता है यानी 120 को सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और जो निचे होता है यानी 80 को डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हम में हाइपरटेंशन (Hypertension) को ही High Blood Pressure
या उच्च रक्तचाप व हाई बीपी की समस्या कहते है, वहीं दूसरी तरफ हाइपोटेंशन (Hypotension) को ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या कहते है। 

ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है जाने 

जब धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिये  दिल को अधिक जोर लगाना पड़ता है और तब उच्च रक्तचाप की समस्या होता है।

हाइपोटेंशन ( Hypotension) या लो ब्लड प्रेशर मतलब जब अचानक से ब्लड प्रेशर 90/60 mmHg से कम हो जाता है।

ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?

नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए, 2017 की हेल्थ गाइडलाइन्स के अनुसार उपरवाला 120 और नीचेवाला 80 है तो ये नॉर्मल ब्लड प्रेशर होता है। जब 130/80 mmHg से ज्यादा होने पर भी व्यक्ति उच्च रक्तचाप के शिकार होता है।

नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 से लेकर 139/89 तक के रेंज के बीच को ही माना जाता है, और जब दाब 140/90 मिमी या उससे अधिक हो, तो उसे उच्च रक्तचाप माना जाता है। हालांकि ब्लड प्रेशर का कौन सा लेवल आपके लिए नॉर्मल है यह एक डॉक्टर ही आपको बता सकते हैं। इसलिए ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर doctor की सलाह जरुर ले।

Diagnosis Systolic(Top) mmHg Diastolic(Bottom) mmHg
Low >120 >80
Normal 120 80
Prehypertension 120-139 80-89
Stage 1 Hypertension 140-159 90-99
Stage 2 Hypertension >160 >100
Hypertensive Emergency >180 >120

ब्लड प्रेशर कैसे नापे

अक्षर देखा जाता है की जब भी कही से आते है या एक्स्सेसिज़े कर लिया या बहुत टेंशन में है तब अगर आप बीपी नापते है तो आप का ब्लड प्रेशर ज्यादा दिखाता है। जादातर केस में ही उसके बाद यानी जब आप कुछ समय बाद दुबारा नापते है तो बीपी कम हो जाते है।

इसीलिए आपको बीपी नापने से पहे यानि आधा घंटे पहले से आपको आराम से बैठना है चाय, कोफी, धुमृपन, मद्यपान आदि नहीं करना है और फिर आप को बीपी चेक करना चाहिए। अगर आप घर में नाप रहे है तब भी आप एक बार doctor से जरुर कांफोर्म हो ले।

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उच्च रक्तचाप लक्षण

उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर कहा जाता है। जादातर लोगो में ही इसके लक्षण नहीं दिखाई देते। लेकिन कुछ लोगो में कुछ लक्षण दिखाई देते हा, जैसे

  • सिर में दर्द होना।
  • सिर में भारीपन जैसा लगना।
  • आख में भारीपन आना।
  • थकान।
  • सिने में तेज दर्द होना।
  • सांस लेने में तकलीफ होना ।
  • आखो के सामने अचानक से अँधेरा च जाना।
  • और जादा होने पर कुछ पेशेंट के नाक से खून भी बहने लगते है। और कुछ पेशेंट को तो direct हार्ट अटैक, स्त्रोच्क या ब्रेन में अटैक आ जाते है।

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उच्च रक्तचाप से क्या होता है?

उच्च रक्तचाप से ज्यादा दुष्प्रभाव ह्रदय पर ही परता है, लेकिन इसके अलावा आपके दूसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है। मुख्य रूप से दिल का दौरा या हार्ट अटैक, गुर्दे का काम न करना, इस से आखो में भी नुक़सान पहुंचाता है कम दिखाई देना या कुछ लोगो में आंखें खराब भी हो जाते है, वैस्कुलर डेमेनशिया जैसी समश्यये भी होते है।

आज हमने इस लेख में हाई ब्लड प्रेशर क्यों होता है, इसके लक्षण क्या है ये जाने। हाई ब्लड प्रेशर एक बहुत बड़ी समस्या है, लेकिन जब इसे आप नियंत्रित करके रखते है तो इस से आपको कोई हानि नहीं होगा। इसलिए अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे और एक खूबसूरत लाइफ जिए।