सूर्य नमस्कार के फायदे, नुकसान और सावधानी – Benefits of Surya Namaskar in Hindi

हम सभी सूर्य नमस्कार योग के बारे में जानते है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिये योग करना बहुत ही आवश्यक है। सूर्य नमस्कार के फायदे में सूर्य नमस्कार एक ऐसा योग है, जिस से सभी योगों के सामान फ़ायदा मिलता है। 

आप सूर्य नमस्कार के अद्भुत फायदे जानकर हैरान हो जायेंगे। हो सकता है आप में से बहुत से लोग सूर्य नमस्कार करते भी है, लेकिन इसे सही ढंग से करने से ही आप को फायदा मिलता है। साथ में कुछ सावधानी भी जानना बहुत ही आवश्यक है। आज हम सूर्य नमस्कार के फायदे जानेंगे, साथ में सूर्य नमस्कार के 12 मंत्र और सावधानी भी जानेंगे।

सूर्य नमस्कार योग क्या है

सूर्य नमस्कार का बहुत महत्व होता है। सूर्य नमस्कार का अर्थ सूर्य को प्रणाम करना करना होता है। सूर्य नमस्कार के फायदे में इसके 12 आसनों से सभी योगासन के समान ही फल की प्राप्ति मिलता है, इसीलिये इसे पूर्ण और सर्वश्रेष्ठ योगासन माना गया है।

सूर्य नमस्कार एक योग है, जो लोग कम समय में योग करना चाहते है उन लोगो के लिए यह बहुत ही अच्छा और लाभदायक योग है। प्रातः काल पूर्व दिशा को देखते हुए 12 आसनों के साथ यह योग किआ जाता है।

प्राचीन काल से ही हिंदू धर्म में ऋषि-मूनी, राजायें, ब्राह्मण प्रातः काल सूर्य की पूजा करते थे। सूर्य से हमे ऊर्जा मिलती है, कहा जाता है सूर्य पूजा करने से शरीर स्वस्थ और निरोगी रहता है। इसी तरह सूर्य नमस्कार योग से हमे अद्भुत लाभ मिलता है। 

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सूर्य नमस्कार की कितनी आसान या स्थितियां है

सूर्य नमस्कार में 12 स्थितियां होती हैं, तभी वो एक पूर्ण सूर्य नमस्कार होता है। इस तरह आप को तेरह बार सूर्य नमस्कार करना चाहिए | सूर्य नमस्कार की प्रैक्टिस आप को रोज ही करना चाहिए तभी आप को अच्छा फल मिलता है। 

सूर्य नमस्कार की 12 स्थितियां के नाम :

  1. प्रणाम आसन (Prayer pose)

  2. हस्तपाद आसन (Raised Arms pose)

  3. हस्तापदासना (Hand to Foot pose)

  4. अश्व संचालन आसन (Equestrian pose)

  5. दंडासन (Dandasana)

  6. अष्टांग नमस्कार (Ashtanga Namaskara)

  7. भुजंग आसन (Bhujangasana)

  8. पर्वत आसन (Parvatasana)

  9. अश्वसंचालन आसन (Ashwa Sanchalanasana)

  10. हस्तपाद आसन (Hasta Padasana)

  11. हस्तउत्थान आसन (Hastauttanasana)

  12. ताड़ासन (Tadasana)

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सूर्य नमस्कार आसनों के लाभ

  1. प्रणाम आसन के लाभ

यह प्रथम आसान हृदय चक्र को मजबूत करता है, तनाव को चिंता को दूर करने में और मन को शांत व स्वस्थ रखने में मदद करता है। 

  1. हस्तपाद आसन के लाभ

यह आसान अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक है, ये आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन क्षमता को बढ़ाता है। गले, कान और की श्वसन प्रक्रिया समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।

  1. हस्तापदासना के लाभ

शरीर को लचीला बनाने में यह आसान बहुत मदद है। हमारे सभी ग्लैंड्स को सक्रीय करता है, हड्डियों के दर्द, तनाव, अनिद्रा को दूर करता है और जांघों, घुटनों, कूल्हों, हैमस्ट्रिंग को खोलता है। 

  1. अश्व संचालन आसन के लाभ

यह आपके आपकी याददाश्त को बढ़ाता है| रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है| फेफड़ों की क्षमता, गुर्दे और यकृत में भी सुधार लाता है|

  1. दंडासन के लाभ

यह आसान पेट की फैट  में बहुत मदद करता है, साथ ही यह हमारी  मांसपेशि को और हड्डियों को मजबूत बनाता है|

  1. अष्टांग नमस्कार के लाभ

यह आसान बाजु, कंधे और पैरों को मजबूत बनाने में और लचीलेपन लाने में मदद करता है | साथ ही ये रक्त संचालन में भी मदद करता है। 

  1. भुजंग आसन के लाभ

यह आसन पेट के लिए बहुत ही लाभदायक है। इससे पाचन शक्ति बढ़ता है। महिलाओ को मासिक धर्म के समय इससे लाभ मिलता है, साथ में पीठ दर्द और रक्त परिसंचरण में मदद मिलता है। 

  1. पर्वत आसन के लाभ

यह आसान आपके रक्त परिसंचरण, नसों की समस्या, महिलाओ के मासिक धर्म, पीठ के दर्द, रीढ़ की हड्डीयों में रक्त प्रवाह, चिंता, तनाव में सुधर में मदद करात है और आपके तंत्रिका प्रणाली को भी फ़ायदा मिलता है। 

  1. अश्वसंचालन आसन के लाभ 4 स्थिति के समान है।

  2. हस्तपाद आसन के लाभ 3 स्थिति के समान है ।

  3. हस्तउत्थान आसन के लाभ 2 स्थिति के समान है ।

  4. ताड़ासन के लाभ 1 स्थिति के समान है ।

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सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra)

सूर्य नमस्कार के समय अगर आप सूर्य देव के मन्त्रों के जप करने है तो आप को भौतिक रूप से तो शारीरिक लाभ प्राप्त करते ही है, और अध्यात्मीक द्रष्टि से आप सूर्य देव से आर्शीवाद भी प्राप्त करते है | सूर्य नमस्कार को आप तेरह बार करे, और प्रत्येक बार सूर्य देव के 13 अलग-अलग मंत्रो का जाप करे। 

सूर्य नमस्कार के 12 मंत्र अर्थ सहित:

1. ॐ मित्राय नमः

सूर्य जो समस्त ब्रह्माण्ड से मैत्रीभाव रखता है, क्योंकि इससे जीव ही नहीं पृथ्वी तथा समस्त ग्रहों के अस्तित्त्व के लिए, इसकी प्रकाश, ताप तथा ऊर्जा आवश्यक है। इसीलिए सूर्य के साथ सभी मित्रो को यानि कण कण को प्रणाम क्या जाता है।

2. ॐ रवये नमः

जो सदा ही प्रकाशमान है, जो सम्पूर्ण जगत को उज्जवलित रखता है। प्रकाश जो जीवन का आधार है।

3. ॐ सूर्याय नमः

सूर्य को ईश्वर के रूप में नमन किया गया है। जो अंधकार को मिटाकर जीवन की रक्षा करता है।

4. ॐ भानवे नमः

हम प्रार्थना करते हैं जीवन सदा ही प्रकाशमान रहे और हर अज्ञान की अंधकार को दूर करे।

5. ॐ खगाय नमः

सूर्य जी कण कण तक पहुंचता है जो सर्वव्यापी है। हम उन्हें प्रणाम करते है जो आकाश में घूमता रहता है और सब तक अपनी प्रकाश फैलता है।

6. ॐ पूष्णे नमः

इस स्टार पर हम सूर्य को प्रणाम करते है जो पोषण करता है।जो जीवन में सब कुछ दे कर पूर्ति लाता है।

7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः

इस स्टार पर हम सूर्य को प्रणाम करते है, जो स्वर्ण के भांति प्रतिभावान है, जिसके गर्भ में समस्त जीवन में अन्तर्निहित है।

8. ॐ मरीचये नमः

अब हम सूर्य से प्रकाशित अनेक किरणों को प्रणाम करते हैजिसके प्रकाश द्वारा सत्य असत्य के के अंतर को समझ सकें।

9. ॐ आदित्याय नमः

आदि जिस से ब्रह्मांड की शुरुआत हुई, तथा जो पूरे ब्रह्मांड की माता, जो समस्त देवों की जननी भी है उस अनन्त विश्व-जननी को नमन करते हैं।

10. ॐ सवित्रे नमः

अब उगते हुए सूर्य को प्रणाम करते है जो धरती पर जीवन को जागृत करता है।

11.ॐ अर्काय नमः

इस स्टार पर सूर्य को प्रणाम किया जाता है उन्हें प्रशंसा किया जाता है उनकी महिमा से पूरा ब्रह्मांड चलता है।

12. ॐ भास्कराय नमः

या सूर्य नमस्कार की अंतिम स्थिति है जब हम पूरे ब्रह्मांड के प्रकाशक को जीवन में ज्ञान को प्रकाशित करने के लिए और सत्य का मार्ग दिखाने के लिए प्रणाम करते है।

13. ॐ श्री सबित्रू सुर्यनारायणाय नमः

अंतिम बार यह मंत्र उच्चारण किया जाता है।

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सूर्य नमस्कार के फायदे 

इस से शरीर स्वस्थ, निरोगी, मन शांत, और शरीर में ऊर्जा  का संचार होता है । इस से रक्त परिसंचरण अच्छा होता है जिस से दिल संबंधित समस्याएं नहीं होता, यह हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने में मदद करता हैं , शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है, मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होता है, और दर्द से भी मुक्ति दिलाता है। तनाव, अनिद्रा को दूर और स्मरण-शक्ति को भी बढता है। पाचन तंत्र को मजबूत करता है। ऐसी कई समस्याओं के लिए सूर्य नमस्कार फायदेमंद है। तो आये जानते है सूर्य नमस्कार करने से क्या-क्या फायदे होते हैं।

सूर्य नमस्कार के लाभ

1. ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है

ब्लड प्रेशर के मरीज आजकल हर घर में कम से कम एक तो होता ही है। ये समस्या इतनी बढ़ गई है की कम उम्र के लोगो में भी होने लगी है। सूर्य नमस्कार से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह से होता है, जिस से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।

2. दिल संबंधित समस्याएं नहीं होता

सूर्य नमस्कार से शरीर में बहुत से लाभ होते है, उनमें से एक दिल की समस्या भी है। नियमित रूप से ये योग करने से दिल की समस्याओं से दूर रहा जा सकता है।

3. शरीर को डिटॉक्स करती है

हमारे शरीर से ये बुरे गैस को बाहर निकाल देता है साथ में खून भी साफ करता है, जिस से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।

4. पाचन तंत्र मजबूत बनती है

आजकल खाने पीने की बुरी आदतें और बाहर खाना जिस से किसी का भी पाचन तंत्र खराब हो सकता है। पाचन तंत्र की खराबी से वजन बढ़ना, बहुत सारी बीमारी होना, जैसी समस्या होती है। सूर्य नमस्कार से शरीर में पाचन ठीक होता है और आप कब्ज की समस्या और गैस जैसी बीमारियों से मुक्त होते है।

5. हड्डियों के लिए फायदेमंद

सूरज से हमे विटामिन डी मिलती है, जो हड्डियों को मजबूत बनता है। जब आप सुबह के समय सूर्य नमस्कार योग करते है तो इसका हमें डायरेक्ट बेनिफिट मिलता है, जिस से हमारी हड्डियां मजबूत बनती है।

6. बॉडी की पोजीशन ठीक करें

हम में से बहुत से लोग ऐसे है जो झुक कर चलते है, या पीठ सीधी नहीं होती, या सीधे नहीं बैठते है। तो सूर्य नमस्कार हमारे शरीर की पोजीशन ठीक करने में हमारी मदद करती है।

7. मन शांत और तनाव से मुक्ति मिलती है

नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने से आप का मन सांत होता है, आप की एकाग्रता बढ़ती है। अगर आप किसी तनाव में है तो सूर्य नमस्कार करें और आप के जीवन में कोई भी समस्या आये आप शांति से उसका हल निकल पाते है। इसके आसन और साँसों को गहराई से लेने की प्रक्रिया से आप सांत और तनाव मुक्त होते है। 

8. नींद ना आने की समस्या दूर करे

नींद ना आना बहुत से कारणों से हो सकता है। अगर आप तनाव में हो, किसी चिंता से, या कोई बीमारी हो, जो भी अगर आप नियमित रूप से ये योग करते है तो आप की नींद ना आने की समस्या दूर होती है और आप का शरीर स्वस्थ रहता है।

9. सूर्य नमस्कार वेट लॉस

आजकल बढ़ता वजन एक कॉमन समस्या बन गया है। बच्चों से लेकर पुरुष महिला सभी इससे परेशान है। नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने से आप की वजन कम होने में बहुत मदद मिलता है। आप के शरीर पर चर्बी जमा नहीं होने देती और इसके आसन से शरीर के हर हिस्से में दबाव बना रहता है, जिस से चर्बी बाहर निकल जाता है।

साथ में ये जैसा की ऊपर बताया गया है की इस से आप की पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिस से आप के शरीर में कैलोरी जमा नहीं हो पाता। सूर्य नमस्कार से बहुत लोगो को अपना वजन कम करने में मदद मिला है।

10. सुग्गर नहीं होता

जो लोग नियमित रूप से रोज सूर्य नमस्कार करते है, उन लोगों में मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी होने की आशंका नहीं होती।

11. शरीर लचीला बनता है

इसे हर उम्र के लोग कर सकते है, इस से कमर में लचीलापन आता है, अगर ज्यादा उम्र के लोग इसे करते है तो उनका शरीर भी लचीला बनता है और इस से रीढ़ की हड्डी भी मजबूत बनता है।

सूर्य नमस्कार सावधानी

  • इसे अच्छी तरह से सीखे, उसके बाद ही करे, पूरा प्रक्रिया ना होने पर आप को लाभ नहीं मिलेगा।  
  • गंभीर रूप से बीमार या कोई बहुत दिनों से बीमार व्यक्ति इसे ना करे।
  • गर्भवती महिला और मासिक धर्म के समय महिलाएं इसे ना करे, और अगर करना चाहे तो किसी योगा ट्रेनर के सलाह से करे।   क्यों के सभी आसान आप के लिए उचित नहीं है। 
  • जिन लोगों के शरीर में पहले से ही अधिक दर्द है वे ये आसन ना करे।
  • ब्लड प्रेशर अगर ज्यादा हाई है तो आप इसे ना करे।
  • अगर आप कोई ऑपरेशन करके आये है तब भी ना करे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सूर्य नमस्कार किस समय और कितनी आयु तक करना चाहिए?

सूर्य नमस्कार, सूर्योदय के समय या सूर्योदय से पहले करना लाभप्रद माना गया है, परन्तु आप इसे अपने सुबिधा के अनुशार सुबह को कर सकते है | इसे खुले स्थान में करना चाहिए। अगर आप सूर्य को नहीं देख पाते तब भी इसे घर के किसी भी स्थान से कर सकते है।

आप इसे पूर्व दिशा में हो कर करे। इस योगासन को बच्चे, स्त्री, पुरुष, युवा तथा वृद्ध सभी कर सकते है। और इसीलिए Swami vivekananda jayanti पर सूर्य नमस्कार किआ जाता है।

क्या मासिक धर्म के समय महिलाओं को सूर्य नमस्कार करना चाहिए ?

मासिक धर्म के समय महिलाओं को सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए । क्यों की मासिक धर्म के समय सी महिलाओं को बहुत तरह की समस्या रहती है, इसलिए हर आसन आपके लिए सही नहीं है।

हां कुछ आसान आप कर सकते है। मगर इसके लिए आप को अपनी स्थिति की जानकारी किसी योगा ट्रेनर को दे उसके बाद ही आसान करे।

मासिक धर्म में होने वाले कुछ समस्या में लाभ भी होता है। लेकिन आप इसके लिये आप किसी योग गुरु को अपनी पूरी बात बता के फिर करे।

क्या गर्भवती महिलाओं को सूर्य नमस्कार करना चाहिए?

गर्भवती महिलाएं ये आसन न करे। ऐसा नहीं है की कोई भी आसन नहीं कर सकते। अगर आप इसे करना चाहते है तो एक अनुभवी योगा ट्रेनर से और डॉक्टर के सलाह से ही करे।

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दोस्तों आज हमने आप को सूर्य नमस्कार के बारे में बताया, सूर्य नमस्कार के फायदे भी बताये और सूर्य नमस्कार मंत्र के साथ इससे जुड़ी सावधानी भी बताये। आप को इस लेख में पूरी जानकारी देने की कोशिश किया गया है।

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